वाराणसी। चोलापुर थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले तांत्रिक की हत्या उसके साले ने गड़ासे से गला काटकर की थी। घटना के चार महीने बाद चोलापुर थाने की पुलिस ने इसका खुलासा किया। इस घटना में उसके साथ तांत्रिक की पत्नी का भाई और उसका बेटा भी शामिल थे। पुलिस ने मंगलवार को तीनों आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए इस घटना का खुलासा किया और उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया।

प्रकरण के मुताबिक, पांच मई की रात चोलापुर थाना क्षेत्र के एक तांत्रिक की गला काटकर हत्या कर दी गई थी। तांत्रिक के बेटे ने हत्या के आरोप में अपनी एक बहन के ससुराल वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। उसने आरोप लगाया था कि जमीनी विवाद की रंजिश में उसकी बहन के ससुराल वालों ने उसके पिता की हत्या की है।

समय बीतने के साथ ही यह प्रकरण पुलिस के लिए एक अनसुलझी गुत्थी बन कर रह गया था। चोलापुर थाना अध्यक्ष परमहंस गुप्ता ने बताया कि थाने का कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने इस प्रकरण को सुलझाने के लिए एक टीम गठित की, जिसमें सामने आया कि तांत्रिक की हत्या किसी तरह की जमीनी विवाद में नहीं हुई है। इसके बाद गांव के ही एक व्यक्ति को तांत्रिक के परिवार के सदस्यों की गतिविधियों पर नजर रखने और पुलिस को जानकारी देने के लिए कहा गया। निगरानी के दौरान ही तांत्रिक के परिजनों पर शक गहराया और पूछताछ के बाद वारदात की गुत्थी सुलझती गई। तांत्रिक की पत्नी ने बताया कि उसका पति गांजा पीकर अपनी बेटियों के साथ दुष्कर्म करता था। इसके लिए उसे कई बार समझाया गया, लेकिन उसने किसी की एक न सुनी।

वह अपनी 16 वर्षीय सबसे छोटी बेटी के साथ भी दुष्कर्म का प्रयास करने लगा था। जब तांत्रिक ने अपनी छोटी बेटी के साथ 5 मई की रात दुष्कर्म का प्रयास किया, तो परिजनों से यह बर्दाश्त नहीं हुआ। तांत्रिक की पत्नी ने बताया कि घर में मौजूद अपने भाई और बेटे को आप बीती सुनाई। इसके बाद भाई ने उसे और उसके बेटे को साथ लेकर गड़ासा से जीजा का गला काटकर हत्या कर दिया।

गाँव की महिलाओं पर भी गन्दी नजर रखता था तांत्रिक

चोलापुर थाना अध्यक्ष परमहंस गुप्ता ने बताया कि तांत्रिक के बेटे और पत्नी ने पुलिस को गुमराह करने का बहुत प्रयास किया। ग्रामीणों ने बताया कि गांजे के नशे में धुत रहने वाला तांत्रिक का झाड़-फूंक का काम करते समय आने वाली महिलाओं पर बुरी नजर रखता था। जिसके कारण महिलाएं तांत्रिक के पास आना बंद करती थी। परिवार के सदस्यों की गतिविधियों की निगरानी के दौरान सामने आया कि तांत्रिक की हत्या से कोई दुखी नहीं था। सभी ऐसे प्रश्न दिखाई देते थे कि जैसे उन्हें किसी बड़ी समस्या से मुक्ति मिल गई हो। बस इसी के बाद पुलिस का शक परिजनों पर गहराता चला गया। पुलिस ने तांत्रिक के बेटे और पत्नी से पूछताछ शुरू की। काफी कड़ाई के बाद तांत्रिक की पत्नी ने स्वीकार किया कि यह हत्या जौनपुर जिले के चंदवक निवासी उसके भाई ने की थी और इस घटना में वह और उसका बेटा शामिल थे। तीनों की निशान देही पर वारदात में प्रयुक्त गड़ासा गांव के ही एक पोखरे से बरामद किया गया। चोलापुर थाना अध्यक्ष ने बताया कि मुकदमे के वादी को ही हत्या के आरोपी गिरफ्तार पर जेल भेजा गया है।

बनारसी नारद

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