वाराणसी। सारनाथ थाना क्षेत्र के पहड़िया में हुए युवक सौरभ यादव की हत्या के मामले में पुलिस को कुछ अहम सुराग हाथ लगे हैं। पुलिस की जांच पड़ताल में यह बात सामने आई है कि चिरईगांव क्षेत्र की एक युवती से सौरभ और हत्यारोपी अभिषेक सिंह एकतरफा इश्क करते थे। जिसके बाद एकतरफा इश्क और वर्चस्व की लड़ाई में ही युवक की हत्या हुई थी।

मदनी गांव निवासी सेवा भारती की तैयारी करने वाले युवक सौरभ यादव की हत्या के खुलासे और आरोपियों की धरपकड़ को लेकर पुलिस लगातार एक्टिव मोड में है। वहीं पुलिस की जांच पड़ताल में आशनाई और वर्चस्व के लड़ाई की बात सामने आई है। पुलिस के मुताबिक, सौरभ और उसकी हत्या करने वाले आरोपियों के बीच आए दिन चिरईगांव क्षेत्र के अलग-अलग स्थान पर तनातनी और मारपीट की बात सामने आती रहती थी। रविवार की रात सौरभ जब अकेले पड़ गया, तो आरोपियों ने उसे घेर कर बेसबॉल के बैट से इतना मारा कि उसकी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में परिजनों की तहरीर पर पांच नामजद समेत आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। वहीं पुलिस नामजद आरोपियों की धर पकड़ के प्रयास में वाराणसी के अलावा जौनपुर और गाजीपुर में भी दबिश दे रही है। नामजद आरोपियों से करीबी की आशंका के आधार पर पुलिस ने पांच लोगों को हिरासत में भी लिया है। जिनसे पूछताछ की जा रही है।

चौबेपुर थाना क्षेत्र के मढ़नी गांव निवासी बचाऊ यादव के अनुसार उनका बेटा सौरभ रविवार की रात घर पर था। रात नौ बजे के लगभग वह अपने दोस्त नेवादा निवासी अंकुश राजभर के साथ बाइक से निकला और सारनाथ क्षेत्र के अकथा चौराहा पहुंचा। वहां पहले से मौजूद कार सवार मनबढ़ों ने सौरभ के सिर और शरीर के अन्य हिस्सों पर बेरहमी से हमला किया।

सूचना पाकर सारनाथ थाने की पुलिस ने गंभीर रूप से घायल सौरभ को बीएचयू ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया। सोमवार की सुबह उपचार के दौरान सौरभ की मौत हो गई। इस संबंध में थानाध्यक्ष सारनाथ बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि आरोपी कमौली निवासी अभिषेक सिंह, रौनक सिंह, नितिन सिंह, अंकुश राजभर व जौनपुर के काजीहद कोट निवासी अश्वनी सिंह के साथ ही तीन अन्य अज्ञात आरोपियों की तलाश में दबिश दी जा रही है। आरोपी जल्द ही पुलिस की गिरफ्त में होंगे।

पुलिस की जांच पड़ताल में यह सामने आया कि चिरईगांव क्षेत्र की ही एक युवती से सौरभ और हत्या का आरोपी अभिषेक सिंह एकतरफा इश्क करते थे। वह युवती दोनों के ही एकतरफा प्रेम से अनजान थी। इसके अलावा सौरभ और अभिषेक मोबाइल और वाहन नंबर के चार अंकों के आधार पर अपने-अपने गिरोह का नामकरण भी रखे थे। दोनों ही पक्षों में मनबढ़ लड़कों की कमी नहीं थी। स्थानीय लोगों के मुताबिक, पुलिस समय रहते दोनों पक्षों की करतूतों पर अंकुश लगाई होती तो अंकुश की जान नहीं जाती।

बनारसी नारद

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