वाराणसी। बनारस और बनारस के लोग आईपीएस अधिकारी प्रभाकर चौधरी से तो चिर-परिचित तो होंगे ही। आखिर बनारस में इन्होने एक लंबा समय गुजारा है। बतौर वाराणसी के एसपी प्रभाकर चौधरी ने आम जनमानस के दिलों में जगह बना ली थी। कोविडकाल के दौरान इनका पुलिसिया अंदाज लोगों को बेहद पसंद आया था। लेकिन वो कहते हैं न कि अच्छे लोग एक जगह पर ज्यादा दिन तक नहीं टिकते। आईपीएस प्रभाकर चौधरी के साथ भी ऐसा ही हुआ। एक भाजपा नेता से विवाद के दौरान वर्ष 2020 में कई पुलिसकर्मियों का ट्रान्सफर हुआ। उसी दौरान प्रभाकर चौधरी भी वाराणसी से चले गए। हालांकि इनके लिए यह नया नहीं है। 13 वर्षों की नौकरी के दौरान उन्हें 21 ट्रांसफर का सामना करना पड़ा। बीते 30 जुलाई को भी उनका ट्रांसफर हुआ। प्रभाकर चौधरी को बरेली के एसएसपी पद से ट्रांसफर कर 32वीं वाहिनी पीएसी लखनऊ भेज दिया गया। जिसके बाद वे चर्चा में आ गए। आइये जानते हैं इनके जीवन के कुछ अनछुए पहलू -

प्रभाकर चौधरी का जन्म 1 जनवरी 1984 को उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर में हुआ था। उनके पिता का नाम पारस नाथ चौधरी है। प्रभाकर चौधरी ने अपने पहले ही प्रयास में सिविल सर्विसेज की परीक्षा पास कर ली थी। वह 2010 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी करने के बाद एलएलबी की पढ़ाई की। उन्हें बचपन से ही पढ़ने में रुचि थी, वह रोजाना पांच से छह घंटे पढ़ाई किया करते थे और हाईस्कूल और इंटरमीडिएट में उन्हें 76 फीसदी अंक मिले, फिर उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से 61 फीसदी अंकों के साथ बीएससी की परीक्षा पास की।


तेज तर्रार ऑफिसर, लेकिन वीआईपी कल्चर से अलग

प्रभाकर चौधरी नौकरी के दौरान भी बड़े सरल स्वभाव से सबसे पेश आते हैं। आईपीएस प्रभाकर चौधरी को एक तेज तर्रार ऑफिसर और वीआईपी कल्चर से अलग होने के लिए जाना जाता है। उन्होंने अक्सर अपनी सादगी और औचक निरीक्षण करने की अनूठी शैली से लोगों को हैरान किया है। वह अपने अलग अंदाज के लिए भी जाने जाते हैं। उनका काम करने का स्टाइल भी बिल्कुल अलग है। ईमानदार छवि के कारण उन्हें अलग पहचान मिली हुई है।

गलियों में घूम शहर का लिया जायजा, फिर फ़िल्मी स्टाइल में की एंट्री

प्रभाकर चौधरी को कर्मठ अधिकारी के रूप में पहचान मिली हुई है। 15 जून 2021 को प्रभाकर चौधरी को मेरठ एसएसपी के पद पर तैनात किया गया था। इस दौरान वे दो दिनों की छुट्‌टी पर चले गए। 17 जून तक वे मेरठ को छानते रहे। फिल्मी स्टाइल में उन्होंने पूरे शहर का जायजा लिया और पुलिस की कमजोरियों को देखा। उसके आधार पर अपनी योजना बनाकर काम करने लगे।



पिट्ठू बैग टांग स्टेनो से मांगा सरकारी सिम

प्रभाकर चौधरी सोशल मीडिया और पुलिस विभाग में उस समय चर्चा में आए थे, जब सात साल पहले कानपुर में एसपी का चार्ज लेने पिट्ठू बैग टांगकर रोडवेज बस से एसपी दफ्तर पहुंचे थे। स्टेनो से कहा था कि मैं आ गया हूं, आप सरकारी सिम मुझे दें। पुलिस के स्टेनो हैरान भी हुए कि आप कौन, जो सरकारी सिम मांग रहे हो। उन्होंने अपना परिचय दिया कि मैं नया एसपी प्रभाकर चौधरी, तब से उनकी की सादगी के भी सभी कायल हैं।

यूपी के इन शहरों में कर चुके हैं सर्विस

आईपीएस प्रभाकर चौधरी ने देवरिया, बिजनौर, बलिया, बुलंदशहर और कानपुर देहात में एसपी के पद पर काम किया है। प्रभाकर चौधरी वाराणसी, मुरादाबाद, मेरठ और आगरा में एसएसपी का पदभार संभाल चुके हैं।

Updated On 2 Aug 2023 3:45 AM GMT
बनारसी नारद

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