Inspirational Story Of IAS Anurag Kumar : सिविल सेवा परीक्षा (UPSC) देश की सबसे कठिन परीक्षा में से एक मानी जाती हैं। इस एग्जाम में हर साल लाखों उम्मीदवार भाग लेते हैं, लेकिन सफलता उन्हीं के हाथ लगती है, जो कड़ी मेहनत करते है। वहीं कई बार ऐसा भी होता है कि सालों की कड़ी परिश्रम के बाद भी अभ्यर्थी असफल हो जाते है और अन्त में हार मानकर पीछे हट जाते है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने कई बार असफलताओं का सामना किया, इसके बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मेहनत व बुलंद हौसलों के बल पर आज एक IAS Officer है। इनकी कहानी उन सभी युवाओं को प्रेरित करेगी जो अफसलताओं से हार मानकर बैठ जाते है और आगे प्रयास नहीं करते।

ऐसे शुरु हुआ IAS Anurag का सफर

हम बात कर रहे है बिहार के कटिहार जिले के रहने वाले अनुराग कुमार (IAS Anurag) की। इन्होंने हिंदी मीडियम के स्कूल से 8 तक पढ़ाई की है। इसके बाद उनका एडमिशन अंग्रेजी मीडियम में कराया गया और इस दौरान उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा, क्योंकि हिन्दी के छात्र के लिए अचानक से अंग्रेज़ी मीडियम की पढ़ाई आसान नहीं होती, इसके बावजूद उन्होंने 10वीं में 90 प्रतिशत अंक हासिल किए। फिर अचानक अनुराग (IAS Anurag) 12वीं की प्री बोर्ड Exam में मैथ्स में फ़ेल हो गए, लेकिन 12वीं की Board Exam में वे पास हुए। वहीं इसे लेकर अनुराग कुमार ने बताया कि वह शुरू से ही एक एवरेज स्टूडेंड थे, लेकिन एक बार जब वह कुछ करने की ठान ले तो उसे हासिल करके ही छोड़ते थे।



ग्रेजुएशन में कई सब्जेक्ट में हुए फेल

स्कूल की पढ़ाई कंप्लीट होने के बाद अनुराग का एडमिशन दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स में हुआ। यहां ग्रेजुएशन में अनुराग (IAS Anurag) कई सब्जेक्टस में फेल हुए। इसके बाद उन्होंने किसी तरह से अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट किया और पोस्ट ग्रेजुएशन कोर्स में एडमिशन लिया। फिर अनुराग ने पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। पोस्ट-ग्रेजुएशन की पढ़ाई के दौरान ही अनुराग ने UPSC Exam की तैयारी करने का निर्णय लिया।

पहले ही प्रयास में किया UPSC किया क्लियर

अनुराग (IAS Anurag) के इस फैसले ने उनकी की जिंदगी बदल दी और फिर स्कूल में फ़ेल होने वाले छात्र ने पहले ही अटैंपट में UPSC का एग्जाम क्लियर कर लिया, लेकिन मजे की बात जहां लोग सोचते कि वो कैसे भी कर के UPSC का एग्जाम क्लियर कर लें, लेकिन अनुराग एग्जान क्लियर करन के बाद भी अपनी रैंक से ज्यादा खुश नहीं थे और उन्होंने दोबारा यूपीएसी का एग्जाम देने का फैसला लिया। वहीं 2018 के UPSC एग्जाम में अनुराग ने पूरे देश में 48वां रैंक हासिल किया।



अनुराग कुमार की यह कहानी उन छात्रों के लिए मोटिवेट करेगी, जो एक दो बार असफ़ल होने के बाद निराश होकर अपने लक्ष्य से पीछे हट जाते है हार मान जाते है।

Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

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