वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वाराणसी में रोपवे की आधारशिला रखने के बाद से ही लोगों को इसके शुरू होने का इंतज़ार है। इतना ही नहीं, इससे संबंधित अधिकारी भी काम को तीव्र गति से मंजिल की ओर पहुँचाने में जुटे हुए हैं। देश के पहले पब्लिक ट्रांसपोर्ट रोपवे की शुरूआत मार्च 2024 तक होगी। फ़िलहाल इसके लिए पिलर खड़े किए जा रहे हैं। अक्टूबर से स्टेशन बनाने का काम तेज होगा। पहला स्टेशन जहां काशी विद्यापीठ में बनेगा। वहीं दूसरा कैंट और तीसरा रथयात्रा पर बनाया जाना है। स्टेशन आधुनिक सुविधा- संसाधनों से लैस होंगे। इन स्टेशनों पर यात्रियों को सभी सुविधाएं मिलेंगी। दूसरे चरण में गिरजाघर और गोदौलिया के बीच रोपवे का निर्माण कराया जाएगा। रोपवे की क्षमता प्रति दिन प्रति दिशा में 48 हजार यात्रियों की होगी।

लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह एक अहम प्रोजेक्ट माना जा रहा है। कयास लगाए जा रहे हैं कि देश के इस पहले पब्लिक ट्रासंपोर्ट रोपवे का लोकसभा चुनाव पर काफी प्रभाव पड़ने वाला है। इसीलिए पाइलिंग का काम तेजी से कराया जा रहा है। इसे पूरा करके भार का परीक्षण किया जाएगा। परीक्षण सफल रहा तो पाइल कैपिंग करके स्टेशन का निर्माण शुरू कराया जाएगा। यदि कोई दिक्कत आई तो। पाइलिंग का काम दोबारा होगा।

पीएम कर सकते हैं उद्घाटन

प्रधानमन्त्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में रोपवे के काम दो चरणों में पूरा होना है। पहले चरण में कैंट से रथयात्रा तक रोपवे चलाया जाएगा। इसके लिए कैंट, काशी विद्यापीठ और रथयात्रा पर पाइलिंग का काम कराया जा रहा है। यह काम इसी महीने पूरा होगा। मार्च 2024 तक रोपवे का संचालन होगा। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर सकते हैं। परियोजना के मुताबिक, रोपवे के लिए पांच स्टेशन बनाए जाएंगे। पहले चरण का काम पूरा होने के बाद दूसरे चरण में गिरजाघर और गोदौलिया स्टेशन का निर्माण शुरू होगा। दूसरे चरण का काम मार्च 2025 तक पूरा होगा।

होटल, फ़ूड कोर्ट और दुकानें

रोपवे स्टेशनों पर कार्यालय के लिए स्थान, होटल, फूड कोर्ट और दुकानें होंगी। स्थानीय कलाकृतियों और प्रसिद्ध वस्तुओं की बिक्री की जाएगी। यात्रियों को बनारसी व्यंजनों का भी स्वाद मिलेगा। एस्केलेटर, लिफ्ट, व्हीलचेयर रैंप, प्रतीक्षालय और पार्किंग की सुविधा भी रहेगी।

दर्शन- पूजन की राह होगी आसान

काशी में रोपवे के निर्माण के बाद यहां आने वाले पर्यटकों को काफी सुविधाएं मिलने वाली हैं। विश्वनाथ धाम का दर्शन-पूजन आसान हो जाएगा। अभी तक जो यात्री कैंट से गोदौलिया तक आते समय कई जगह ट्रैफिक जाम में फंस से जाते थे, वे कैंट से डायरेक्ट गोदौलिया तक पहुंच सकेंगे।

रोपवे का काम करने वाली कंपनी एनएचएलएमएल की परियोजना निर्देशक पूजा मिश्रा ने बताया कि पाइलिंग का काम तेजी से कराया जा रहा है। सब कुछ ठीक रहा तो स्टेशनों का निर्माण अक्तूबर से शुरू करा दिया जाएगा।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

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