वाराणसी। वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में एएसआई की टीम 38वें दिन का सर्वे कर रही है। कोर्ट से चार सप्ताह का अतिरिक्त समय मिलने के बाद ASI की टीम ने अपनी रफ्तार बढ़ाते हुए नई तैयारी के साथ विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। इसके साथ ही इन्होंने इस माह के अंत तक सर्वे पूरा करने का लक्ष्य रखा है। वाराणसी जिला जज डॉ० अजय कृष्ण विश्वेश की अदालत ने 6 अक्टूबर तक सर्वे की विस्तृत रिपोर्ट तलब की है।

इसी बीच मंगलवार को हाई सिक्योरिटी के बीच ऐसी की टीम का सर्वे जारी है। ASI की टीम ने अभी तक 225 घंटे का सर्वे पूरा किया है। सर्वे में वाराणसी, पटना, कानपुर, दिल्ली और हैदराबाद से आई टीम वजूखाने को छोड़ पूरे परिसर का सर्वे कर रही है। अब तक जीपीआर सर्वे के लिए स्थान का निर्धारण हो चुका है। ASI मानकों पर सर्वे की अग्रिम कार्रवाई पूरी कर रही है।

जिला जज के आदेश और सुप्रीम कोर्ट हाई कोर्ट की समिति के बाद ASI की टीम ने 28 दोनों का सर्वे करने के बाद कोर्ट से 56 दोनों का समय मांगा था। जिसमें ASI ने कहा था कि उसे विस्तृत रिपोर्ट तैयार करने के लिए कम से कम 56 दोनों का समय चाहिए। जिस पर कोर्ट ने 56 दोनों को अधिक बताते हुए सर्वे की रफ्तार तेज करने की बात कही थी। इसके बाद कोर्ट ने ASI को 28 दोनों का अतिरिक्त समय दिया है। हालांकि मस्जिद कमेटी है इस अवधि को बढ़ाने का विरोध किया था, लेकिन जज ने इस सर्वे की पूरी रिपोर्ट के लिए आवश्यक बताया।

6 घंटे प्रतिदिन चल रहा सर्वे

ज्ञानवापी में साइंटिफिक सर्वे के दौरान ASI की टीम कड़ी सुरक्षा और पुख्ता इंतजाम के बीच ज्ञानवापी परिसर में 6 घंटे सर्वे करेगी। टीम ने सुबह 9:00 बजे सर्वे शुरू किया, जो कि बीच में लंच ब्रेक के साथ शाम 5:00 बजे तक सर्वे पूरा होगा। इसके बाद टीम के सदस्य गेस्ट हाउस करवाना होंगे।

फोटो के साथ कराई जा रही विडियोग्राफी

ज्ञानवापी को 4 सेक्टर में बांटकर चारों तरफ कैमरे लगाए गए हैं। वीडियोग्राफी कराई जा रही है। ज्ञानवापी की पश्चिमी दीवार पर सबसे ज्यादा फोकस करते हुए बारीक स्कैनिंग जारी है। पूरे परिसर की पैमाइश अंदर मिलने वाली आकृतियां और दीवारों की पर कलाकृतियां की फोटो और वीडियोग्राफी हो चुकी है। ASI की दो टीमें तहखाना और दो टीमें बाहरी परिसर में लगी हुई हैं। सदस्यों ने यूनिट के अनुसार, बाहरी दीवार, पश्चिमी दीवार, व्यासजी तहखाना समेत अन्य तहखानों, गुंबद व छतों का अध्ययन किया है। इन जगहों से सैंपल जुटा कर लैब में भेजे और प्राचीनता के लिए पुरातन दस्तावेजों से साक्ष्यों का मिलान जारी है।

बनारसी नारद

बनारसी नारद

Next Story