वाराणसी। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर काशीवासियों ने तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। बाबा भोलेनाथ को दूल्हा बनाने के लिए भक्तों ने अपने प्रयास में कोई कोर कसर नही…

वाराणसी। महाशिवरात्रि पर्व को लेकर काशीवासियों ने तैयारियां जोर-शोर से शुरू कर दी है। बाबा भोलेनाथ को दूल्हा बनाने के लिए भक्तों ने अपने प्रयास में कोई कोर कसर नही छोड़ी है। भोलेनाथ के पाणिग्रहण को लेकर तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। महाशिवरात्रि से पहले ही काशी में उत्सव शुरू हो गया है। 16 फरवरी को बाबा भोलेनाथ को श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में हल्दी चढ़ाने के साथ ही विवाह की रस्मों की शुरुआत की जाएगी। भक्तों के दर्शन-पूजन व बाबा के विवाह की रस्मों को लेकर मंदिर प्रबंधन की ओर से विशेष तैयारी की जा रही है। भक्त रात 11 बजे से विवाह दर्शन कर सकेंगे। भक्तों की भीड़ को देखते हुए स्पर्श दर्शन पर रोक रहेगी।

बाबा के सिर सजेगा फूलों का सेहरा

शादी की रस्म के दौरान बाबा भोलेनाथ खादी के वस्त्रों में तैयार होकर सिर्फ फूलों का सेहरा और मोहरा पहनकर अपनी दुल्हनिया माता पार्वती को लेने पहुंचेंगे। बाबा को दूल्हे की तरह खास चेहरा बनाने की तैयारी की जा रही है। जो ड्राइफ्रूट्स के साथ ही फूल मालाओं से तैयार करवाया जा रहा है।

16 तारीख से शुरु हो जाएंगी विवाहोत्सव की रस्में

काशी विश्वनाथ मंदिर के महंत कुलपति तिवारी का कहना है कि काशी में शिवरात्रि का उत्सव 16 तारीख से ही शुरू हो जाएगा। इस उत्सव की शुरुआत बसंत पंचमी को बाबा के तिलक उत्सव के साथ हो चुकी है। बाबा को तिलक चढ़ाया जा चुका है और अब 16 तारीख को हल्दी की रस्म फिर महिलाओं के संगीत के बाद बाबा के विवाह की रस्मों को पूर्ण किया जाएगा। 18 तारीख को विश्वनाथ मंदिर के साथ ही महंत आवास पर भी विवाह की रस्म को पूरी की जाएगी।

Updated On 15 Feb 2023 4:52 AM GMT
Ankita Yaduvanshi

Ankita Yaduvanshi

Next Story