नई दिल्ली, 10 मार्च (हि.स.)। अर्थव्यवस्था के र्मोचे पर राहत देने वाली खबर है। देश का औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) जनवरी में 5.2 फीसदी बढ़ा है। हालांकि, पिछले साल जनवरी महीने में औद्योगिक उत्पादन दो फीसदी बढ़ा था। आईआईपी के आधार पर मापा जाने वाला औद्योगिक उत्पादन दिसंबर, 2022 में 4.7 फीसदी बढ़ा था।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) की ओर से शुक्रवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। आंकड़ों के मुताबिक देश का उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) जनवरी में 5.2 फीसदी बढ़ा है। एनएसओ ने कहा कि बिजली, खनन और विनिर्माण क्षेत्र के बेहतर प्रदर्शन के चलते जनवरी, 2023 में औद्योगिक उत्पादन थोड़ा बेहतर रहा।

एनएसओ के आंकड़ों के मुताबिक जनवरी में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.7 फीसदी बढ़ा है, जबकि एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 1.9 फीसदी था। वहीं, खनन क्षेत्र का उत्पादन 8.8 फीसदी और बिजली क्षेत्र का उत्पादन 12.7 फीसदी बढ़ा है। इसी तरह पूंजीगत वस्तुओं के खंड में जनवरी में 11 फीसदी की वृद्धि हुई, जबकि पिछले वित्त वर्ष के इसी महीने में यह आंकड़ा 1.8 फीसदी था।

आंकड़ों के मुताबिक उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं के उत्पादन में 7.5 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि एक साल की समान अवधि में इसमें 4.4 फीसदी की गिरावट रही थी। उपभोक्ता गैर-टिकाऊ वस्तुओं का उत्पादन 6.2 फीसदी बढ़ा है, जबकि यह आंकड़ा एक साल पहले इसी अवधि में 3.1 फीसदी था। वहीं, अवसंरचना या निर्माण वस्तुओं में 8.1 फीसदी की वृद्धि हुई है, जो एक साल पहले इसी अवधि में 3.1 फीसदी था।

राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों से यह भी पता चलता है कि प्राथमिक वस्तुओं के उत्पादन में जनवरी महीने के दौरान 9.6 फीसदी की वृद्धि हुई है। एनएसओ के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 के पहले 10 महीनों (अप्रैल-जनवरी) के दौरान आईआईपी में वृद्धि 5.4 फीसदी रही। हालांकि, एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 13.7 फीसदी रहा था।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रजेश शंकर

Updated On 22 March 2023 12:02 PM GMT
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