कमरे में जिंदा जल गया एयर फोर्स सार्जेंट का 10 साल का बेटा, तड़पता रहा पर मां को बुला ना सका
कानपुर से एक ऐसी दिल दहला देने वाली खबर सामने आ रही है जिसे सुनकर आपके रोंगटे खड़े हो जाएंगे। कानपुर में तड़के सुबह उसे वक्त हड़कंप मच गया, जब एक 10 वर्ष का मासूम जिंदा जल गया। जी हां, हम बात कर रहे हैं कानपुर के एयरफोर्स स्टेशन के आवासीय परिसर में आग की घटना की। शॉर्ट सर्किट से आग लगने पर सार्जेंट के बेटे आरुष की दर्दनाक मौतहो गई। डाउन सिंड्रोम नामक बीमारी के चलते वह न तो बोल सकता था और न ही चल सकता था। जिस हालत में रात को उसे लिटाया गया था, उसी हालत में सुबह उसका जला शव मिला।
इस दर्दनाक हादसे के बाद हर कोई उसकी बेबसी से सिहर उठा कि इतनी असहनीय पीड़ा के बाद भी बेचारा चीख ना सकता और किसी को अपनी मदद के लिए बुला न सका। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजवाया है।
इस घटना को लेकर एयरफोर्स में सार्जेंट प्रमोद कुकशाल जो कि आरुष के पिता है उन्होंने बताया कि उनका बड़ा बेटे आरुष को डाउन सिंड्रोम नामक बीमारी रही। इस कारण वह बोल नहीं सकता था और चल-फिर भी नहीं पता था। उसे बुधवार रात एक कमरे में सुला दिया गया था। दूसरे कमरे में वे छोटे बेटे और पत्नी के साथ सो रहे थे। अचानक तड़के सुबह कब आग लगी, उन्हें पता ही नहीं चला। इस घटना ने यह अंजाम दिया जो हमारे लिए असहनीय है।
बता दें कि घर में जब धुआं भरने लगा तब उनकी नींद खुली। उन्होंने तुरंत आरुष के कमरे में जाकर देखा तो जिस हालत में उसे लिटाया था, उसी हालत में उसका जला शव पड़ा मिला। उसके शरीर का 85 फीसदी हिस्सा झुलस गया था। सीधा लेटा होने की वजह से उसकी पीठ ही सुरक्षित बची थी। बच्चे का शव देखते ही उसकी मां गश खाकर गिर गई। उसका रो-रोकर हाल बेहाल रहा।