कानपुर, 20 नवम्बर (हि.स.)। जनसंख्या वृद्धि पर काबू पाने के लिए केन्द्र एवं राज्य सरकार लगातार प्रयास कर रही है। जनपद में सोमवार से शुरू होने वाले पुरुष नसबंदी पखवाड़ा को सफल बनाने के लिए मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आलोक रंजन ने पूरी तैयारी कर ली है।

सीएमओ ने रविवार को बताया कि परिवार नियोजन में पुरुषों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से 21 नवंबर से 4 दिसंबर तक पुरुष नसबंदी पखवाड़े का आयोजन दो चरणों में होगा। पहला चरण 21 नवम्बर से 27 नवम्बर तक जिसमें जागरुकता कार्यक्रम होंगे। जबकि दूसरे चरण में 28 नवम्बर से चार दिसम्बर तक सेवा प्रदायगी पखवाड़ा आयोजित होगा। इसका उद्देश्य अधिक से अधिक से संख्या में पुरुषों को नसबंदी के प्रति जागरूक करना है। पखवाड़े के दौरान “अब पुरुष निभायेंगे जिम्मेदारी, परिवार नियोजन अपनाकर दिखायेंगे अपनी भागीदारी” स्लोगन पर आधारित गतिविधियां होंगी।

उन्होंने बताया की पुरुषों में नसबंदी कराने को लेकर तमाम तरह की भ्रांतियां व्याप्त हैं, जो पूरी तरह से निराधार है। नसबंदी ऑपरेशन के बाद से किसी भी तरह की कोई कमजोरी नहीं आती है बल्कि वैवाहिक जीवन और भी सुखमय हो जाता है। उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी बहुत ही मामूली शल्य प्रक्रिया है।

उन्होंने बताया कि जिला पुरुष व महिला अस्पताल सहित नगरीय स्वास्थ्य केंद्र व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को परिवार नियोजन में पुरुषों की सहभागिता बढ़ाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुरुष नसबंदी के बाद लाभार्थी को 3000 रुपये की प्रतिपूर्ति राशि दी जाती है। जबकि महिला नसबंदी के लिए लाभार्थी को 1400 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

पुरुषों ने अपनाया परिवार नियोजन, सुखी परिवार को बनाया आधार

परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ एसके सिंह ने बताया कि इस वर्ष की थीम पुरुषों ने परिवार नियोजन अपनाया, सुखी परिवार का आधार बनाया है। उन्होंने कहा कि इस थीम का उद्देश्य जनसंख्या स्थिरीकरण के लिए पुरुषों को जागरूक करने के साथ-साथ परिवार नियोजन कार्यक्रम में उनकी सहभागिता से गति प्रदान करना है। यह अभियान दो चरणों में चलेगा। 21 नवंबर से 27 नवंबर तक योग्य दंपति पखवाड़े के तहत टीमें ऐसे पुरुषों से संपर्क कर उन्हें नसबंदी को प्रेरित करेंगी, जिनके दो बच्चे हो चुके हैं। 28 नवंबर से 4 दिसंबर तक दूसरे चरण में कैंप लगाकर ऑपरेशन होंगे।

सम्मानित होंगे अच्छे कार्य करने वाले स्वास्थ्य कर्मी

उन्होंने बताया कि 28 नवम्बर से चार दिसम्बर तक चलने वाले सेवा प्रदायगी चरण में इच्छुक लाभार्थियों को नसबंदी की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। जनपद स्तरीय चिकित्सालय के अतिरिक्त क्रियाशील ऑपरेशन थियेटर (ओटी) वाले फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) अथवा ब्लॉक स्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) पर पुरुष नसबंदी की जाएगी। उन्होंने बताया कि अच्छा काम करने वाले स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के सम्मानित भी किया जाएगा।

एएनएम व आशा देंगी जानकारी

दंपति संपर्क चरण के तहत गांवों में 21 से 27 नवंबर तक एएनएम, आशा और आशा संगिनी योग्य दंपति को पुरुष गर्भ निरोधक साधनों के लिए संवेदीकरण, चिन्हीकरण एवं पंजीकरण का कार्य करेंगी। प्रचार प्रसार सामग्री के जरिए पुरुष नसबंदी की जानकारी दी जाएगी। इस दौरान जनप्रतिनिधियों व संगठनों की मदद ली जाएगी।

हिन्दुस्थान समाचार/महमूद

Updated On 23 Sep 2023 3:29 PM GMT
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