हमीरपुर, 29 सितम्बर (हि.स.)। बुण्देलखण्ड के सबसे बड़े सांस्कृतिक आयोजन कंस वध मेले में शुक्रवार को लोगों का जनसैलाब उमड़ पड़ा। तीन दिवसीय आयोजन के अलग-अलग सभी कार्यक्रमों में लोगों की खांसी भीड़ देखने को मिल रही है, जिसके चलते जनपद के सभी थाना क्षेत्रों सहित बाहरी जनपद से पुलिस बल मंगाया गया है और पुलिस उपमहानिरीक्षक सहित अन्य आलाधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं।
दो सदी से भी पुरानी बुण्देली धरती के सबसे बड़े तीन दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम कंस वध मेले में मौदहा क्षेत्र की हजारों की संख्या में भीड़ उमड़ पड़ी। कार्यक्रम में मौदहा कस्बे के गुड़ाही बाजार में कंश दरबार और आकर्षक झांकियां सजाईं गई। उसके बाद कस्बे के लक्ष्मी नारायण मंदिर से डोला निकाला गया जो देवी चौराहे, कजियाना, मथुरा मंदिर, कोतवाली चौराहा होकर पुनः अपने गंतव्य स्थान पर पहुंचा। जबकि गुड़ाही बाजार में कंस दरबार के निकट चबूतरे पर शानदार रात्रि जागरण का आयोजन किया गया।
शुक्रवार दोपहर बाद कस्बे के लक्ष्मी नारायण मंदिर से एक विशाल शोभायात्रा निकाली गई जो छोटे अलाव से घूमकर गुड़ाही बाजार,नेशनल चौराहा,थाना चौराहा,मराठीपुरा होकर मीरातालाब में कंस वध के साथ सम्पन्न हुई। वहीं मीरातालाब और ओरी तालाब में इक्यावन घंटे के कबीरी भजनों के कार्यक्रम भी आयोजित किए गए, जबकि मीरातालाब में अखिल भारतीय दंगल और मेले का आयोजन किया गया। जिसमें दूर—दूर से आए पहलवानों ने अपने दांवपेंच और करतब दिखाएं,जबकि मीरातालाब में ही नागनाथ लीला सहित अन्य कार्यक्रम भी आयोजित किए गए और शनिवार को नेशनल ग्राऊंड में अखिल भारतीय दंगल का आयोजन किया जाएगा
कंशवध मेले में उमड़ने वाली भीड़ को देखते हुए खुफिया एजेंसियों सहित आसपास के जनपदों की यातायात पुलिस, चिकित्सा टीम, फायर ब्रिगेड, नगरपालिका टीम सहित अन्य विभागों के जिम्मेदार मौजूद रहे।
इस दौरान अपर जिलाधिकारी रमेशचंद्र ने बताया कि यह एक ऐतिहासिक महत्व का आयोजन है जो हमीरपुर जनपद को छोड़कर कहीं नहीं होता है, लेकिन जिस तरह से शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में मेला हो रहा है। वह अपने आप में महत्वपूर्ण है।
हिन्दुस्थान समाचार/पंकज/राजेश