बाक्सा (असम), 2 जून (हि.स.)। भारत-भूटान अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक 5 हेक्टेयर भूमि पर वन विभाग ने कई हजार पौधे लगाए गए हैं। वन विभाग ने सीमा के हरे-भरे वातावरण को बहाल करने और ग्लोबल वार्मिंग और पर्यावरण को बेहतर बनाने और पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के उद्देश्य से सीमावर्ती ग्रामीणों के साथ मिलकर वन विभाग ने यह विशेष कदम उठाया है।

दरअसल, 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस से पहले अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगी 5 हेक्टेयर जमीन पर पौधे लगाए गए हैं। बाक्सा जिला वन मंडल अधिकारी पीके ब्रह्म ने वन प्राधिकरण के अधिकार क्षेत्र में डोंगरगांव नंबर 1, मानस राष्ट्रीय अभयारण्य और मानस बाघ परियोजना के पूर्वी छोर पर कुमारीकाटा का दौरा किया। पौधारोपण कार्यक्रम में स्थानीय लोगों, मानस सासी खांगुर इको टूरिज्म सोसाइटी के अधिकारी, गयबारी छायापत्री फाउंडेशन, 24वीं वाहिनी एसएसबी टीम और बागरीखुटी वन शिविर के वन कर्मचारियों ने भाग लिया।

वन विभाग की टीम के गांव में पहुंचने पर स्थानीय संस्कृति के तहत पारंपरिक तरीके से उनका स्वागत किया गया। जिला वन प्रभाग के अधिकारी ने स्थानीय लोगों से मांटा के अंतिम गांव में लगभग पांच हेक्टेयर भूमि पर लगाए गए पौधों की देखभाल करने की अपील की।

इस मौके पर कुमारीकाटा क्षेत्रीय वन अधिकारी बीरेंद्र कुमार बोडो की उपस्थिति में स्थानीय वीसीडीसी अध्यक्ष निताई भौमिक, नंबर 2 पूर्वी कुमारीकाटा वीसीडीसी के अध्यक्ष शंकर दास और स्थानीय ग्रामीणों की ओर से एक दिवसीय वृक्षारोपण कार्यक्रम से पहले एक जागरुकता को लेकर एक बैठक भी की। वन विभाग के आह्वान पर क्षेत्र के लोगों ने लगाए गए पौधों की देखभाल करने का संकल्प लिया।

हिन्दुस्थान समाचार/प्रकाश/अरविंद/सुनील

Updated On 2 Jun 2023 2:22 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story