जयपुर, 11 जुलाई (हि.स.)। प्रदेश में परिवार नियोजन सेवाओं में आमजन विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक व्यापकता के साथ योग्य दम्पत्तियों को जोड़कर सामूहिक प्रयास बढ़ाने होंगे। परिवार नियोजन के सभी साधनों की जानकारी व सुलभ उपलब्धता सुनिश्चित करके बढ़ती जनसंख्या के स्थिरीकरण की दिशा में और अधिक सशक्त कदम बढ़ाने होंगे। परिवार की खुुशहाली और स्वस्थ जीवन की परिकल्पना को साकार करने में चिकित्सा क्षेत्र में अनेक नवाचार शुरू करने के साथ ही निरंतर चिकित्सकीय संसाधनों की बढ़ोतरी की गयी है। इनका सीधा लाभ आमजन को मिले और इनका समुचित उपयोग सुनिश्चित करना होगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री परसादी लाल मीणा ने मंगलवार को विश्व जनसंख्या दिवस के उपलक्ष्य में झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में आयोजित राज्यस्तरीय परिवार कल्याण प्रोत्साहन पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए यह बात कही। उन्होंने परिवार कल्याण से संबंधित प्रचार-प्रसार के पोस्टर-फ्लिप चार्ट सामग्री का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि समाज को अब बेटा-बेटी एक समान का संदेश समझना होगा और बेटे के चाह में परिवार को बढ़ाने की सोच अब हर व्यक्ति को बदलनी होगी। उन्होंने परिवार नियोजन के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले जिलों, पंचायत समिति एवं ग्राम पंचायतों सहित व्यक्तिगत कार्मिकों व संस्थानों को प्रमाण पत्र व निर्धारित पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित किया। उन्होंने अन्य को भी सम्मानित जनों से प्रेरणा प्राप्त कर कटिबद्ध होकर परिवार नियोजन की निशुल्क सेवाएं हर एक योग्य दम्पत्ति तक पहुंचाने में अपनी भूमिका निभाने को प्रोत्साहित किया।

मीना ने कहा कि आज हर प्रदेशवासी स्वास्थ्य का अधिकार, मुख्यमंत्री चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना में 25 लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर की सुविधा, मुख्यमंत्री निशुल्क निरोगी राजस्थान योजना और हर जिले में मेडिकल कॉलेज जैसी अनेक महत्वाकांक्षी जन कल्याणकारी सेवाओं की उपलब्धता होने पर गौरवान्वित हैं। उन्होंने कहा कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं में राजस्थान एक मॉडल स्टेट है और यहां गांव-गांव, ढाणी-ढाणी में निःशुल्क दवाईयां, निःशुल्क जांच और चिकित्सा परामर्श सेवाएं उपलब्ध करवायी जा रही हैं और निरंतर आवश्यकतानुसार नये सीएचसी, पीएचसी एवं सब सेंटर खोले जा रहे हैं।

अतिरिक्त मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग शुभ्रा सिंह ने कहा कि परिवार का स्वास्थ्य और जनसंख्या का नियोजन एक ही सिक्के के दो पहलू है। हमें परिवार के स्वास्थ्य संबंधी सर्वागीण विकास को ध्यान में रखते हुए कार्य करना चाहिए। देशभर में राजस्थान का हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर काफी मजबूत है। इसी का परिणाम है कि एनएफएचएस-5 की रिपोर्ट के अनुसार देश की और राजस्थान की भी कुल प्रजनन दर 2.0 है। उन्होंने अधिक प्रजनन दर वाले प्रदेश के 14 जिलों के लिए विशेष कार्ययोजना बनाकर कार्य करने पर बल दिया। साथ ही उन्होंने कहा कि अच्छे स्वास्थ्य के साथ परिवार नियोजन एक चुनौती है इस पर भी कार्य करने की आवश्यकता है।

संस्थागत पुरस्कारों की श्रेणी में झालावाड़ जिला प्रथम, हनुमानगढ़ जिला द्वितीय एवं प्रतापगढ जिला तृतीय, बूंदी जिला चतुर्थ स्थान पर रहा। पीपीआईयूसीडी निवेशन में झालावाड जिला प्रथम, सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाली पंचायत समितियों की श्रेणी में भीलवाडा जिले के की शाहपुरा पंचायत समिति प्रथम, राजसमंद पंचायत समिति द्वितीय, अजमेर जिले की पीसांगन पंचायत समिति तृतीय तथा कोटपूतली पंचायत समिति चतुर्थ स्थान पर रही। सर्वश्रेष्ठ परिणाम देने वाली ग्राम पंचायतों में राजसंमद जिले की सलोदा ग्राम पंचायत प्रथम, अजमेर जिले की मोयणा ग्राम पंचायत द्वितीय, राजसमंद जिले की ग्राम पंचायत छापली तृतीय तथा भीलवाडा जिले की तसवारियाबासा ग्राम पंचायत चतुर्थ स्थान पर पुरस्कृत हुयी।

सरकारी चिकित्सालयों की श्रेणी में जिला अस्पताल नीमकाथाना, सवाई माधोपुर जिले की सीएचसी बौंली और अजमेर जिले की सिंघावल पीएचसी सर्वश्रेष्ठ रही। निजी चिकित्सालयों की श्रेणी में प्रथम स्थान पर दौसा का श्यामा देवी मेमोरियल हॉस्पिटल प्रथम, भीलवाड़ा का सीटी अस्पताल द्वितीय स्थान पर पुरस्कृत हुआ। एनजीओ की श्रेणी में एफआरएचएस इंडिया जयपुर तथा कोटा जिले का परिवार सेवा संस्थान सम्मान पाने में सफल रहा। व्यक्ति श्रेणी में भी सर्वश्रेष्ठ उपलब्धि वाले कार्मिकों को भी सम्मानित किया गया।

हिन्दुस्थान समाचार/ दिनेश सैनी/ईश्वर

Updated On 11 July 2023 8:51 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story