जयपुर/जोधपुर, 29 सितम्बर (हि.स.)। भारतीय संस्कृति में दिवंगत पूर्वजों की आत्मा की तृप्ति तथा उनके प्रति श्रद्धा से जुड़ा पर्व श्राद्ध शुक्रवार को आरंभ हो गया। आज प्रथम दिन पूर्णिमा व प्रतिपदा का श्राद्ध मनाया गया। इस अवसर पर जलसरोवरों में पितरों का तर्पण किया गया। इस बार दस अक्टूबर को एक तिथि रिक्त मानी गई है। इस दिन कोई श्राद्ध नहीं रहेगा। एकादशी तिथि का श्राद्ध नौ अक्टूबर को व द्वादशी तिथि का श्राद्ध 11 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पितृपक्ष का समापन चौदह अक्टूबर को होगा।

सनातन धर्म के अनुसार मनुष्य पर तीन ऋण होते हैं, जो देव, ऋ षि व पितृ ऋ ण है। श्राद्ध पक्ष के दौरान पिंडदान व तर्पण करने से पितृ ऋण चुकाने का फल मिलता है। इस समय विधि विधान से उनका श्राद्ध कर्म कर पितरों से आशीर्वाद प्राप्त किया जा सकता है। पंडितों ने बताया कि जो तिथि मध्याह्न काल में स्पर्श करती है उस दिन श्राद्ध निकालने का विधान है।

पूर्णिमा व प्रतिपदा तिथि का श्राद्ध शुक्रवार को मनाया गया वहीं द्वितीया का श्राद्ध तीस सितम्बर को होगा। इस बार दस अक्टूबर को कोई श्राद्ध नहीं निकाला जाएगा। दस तारीख को व्यापिनी तिथि का अभाव है। इसी लिए उस दिन कोई श्राद्ध नहीं होगा। इस बार श्राद्ध पक्ष 12 से 15 दिन देरी से आए हैं, इसका कारण दो सावन यानी अधिकमास होना है।

आमतौर पर सितंबर में श्राद्ध पक्ष का समापन हो जाता है। पितृ पक्ष में दिवंगत पूर्वजों की उनकी मृत्यु की तिथि के अनुसार श्राद्ध किया जाता है। अगर किसी मृत व्यक्ति की तिथि ज्ञात न हो तो ऐसी स्थिति में अमावस्या तिथि पर श्राद्ध किया जाता है। इस दिन सर्वपितृ श्राद्ध योग माना जाता है।

यहां है तर्पण की विशेष व्यवस्था

श्राद्ध के प्रथम दिन आज सुबह कई लोगों ने जोधपुर शहर के भीतरी क्षेत्र स्थित रानीसर-पदमसर, कायलाना, मिनका नाडी, गुलाब सागर सहित अन्य जलसरोवरों पर तर्पण किया। यहां तर्पण की विशेष व्यवस्था की गई है। पितरों के तर्पण को लेकर बड़ी संख्या में यहां लोग पहुंचे। भूतनाथ महादेव मंदिर समिति की ओर से भूतनाथ महादेव मंदिर सरोवर में तर्पण कार्य शुरु हुआ। यहां सर्वपितृ अमावस्या तक तर्पण की सुविधा रहेगी। समिति की ओर से बताया गया कि पंडित अजय हर्ष के आचार्यत्व में आयोजित यह कार्यक्रम तीन पारियों में हो रहा है। सुबह 7.30 व 8 बजे, सुबह सवा आठ से नौ बजे तथा दोपहर 12 से एक बजे तक तर्पण करवाने की व्यवस्था की गई है। इस दौरान भूतनाथ महादेव मंदिर परिसर द्वारा पितृ तर्पण के लिए काम में ली जाने वाली सारी सामग्री फ्री में उपलब्ध कराई जाती है।

हिन्दुस्थान समाचार/सतीश/संदीप

Updated On 29 Sep 2023 7:09 PM GMT
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