एआईएफ स्कीम के अंतर्गत पंजाब में खेती को मिला प्रोत्साहन

चंडीगढ़, 2 जून (हि.स.)। पंजाब सरकार के बाग़बानी विभाग ने पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान राज्य की उन्नति व प्रगति को साझा करने और पंजाब में एआईएफ स्कीम के प्रचार के लिए सरकार के साथ-साथ निजी क्षेत्र के सहयोगियों के योगदान को मान्यता देने के लिए मैग्सीपा, सैक्टर-26 चंडीगढ़ में कृषि बुनियादी ढांचा फंड (एआईएफ) सम्मेलन आयोजित किया गया।

इस मौके पर बाग़बानी मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने कहा कि किसानों की आय बढ़ाने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान के प्रयासों को आगे बढ़ाते हुए पंजाब ने एआईएफ स्कीम के अंतर्गत बहुत तरक्की की है। पिछले वित्तीय वर्ष 2022-23 दौरान 3480 प्रोजेक्टों से 2877 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया गया है। उन्होंने बताया कि 720 करोड़ रुपये के कर्ज़े पहले ही मंज़ूर किये जा चुके हैं, जिनमें से 591 करोड़ रुपये के कर्ज़े पहले ही अलग-अलग कर्ज़ देने वाली संस्थाएं बांट चुकी हैं। पंजाब में इस स्कीम का लाभ लेने में अग्रणी जिले बठिंडा (326), संगरूर (326), पटियाला (315), श्री मुक्तसर साहिब (294) और फाजिल्का (283) हैं।

मौजूदा वर्ष दौरान पंजाब में एआईएफ स्कीम के अंतर्गत हुई प्रगति बारे बात करते हुए मंत्री ने कहा कि पिछले साल से पंजाब लगातार विकास की तरफ बढ़ रहा है। पंजाब से एआईएफ पोर्टल पर अपलोड किए गए कुल आवेदनों की संख्या 5500 से अधिक है और 3300 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश आकर्षित किया गया है।

एआईएफ सम्मेलन में बढ़िया प्रदर्शन करने वाले जिलों और बैंकों को सम्मानित किया गया। ज़िला पटियाला को एआईएफ स्कीम अधीन प्रोजेक्टों सम्बन्धी सबसे अधिक मंज़ूरशुदा कर्ज़े प्राप्त करने के लिए सम्मानित किया गया। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया को 60 दिन की निर्धारित मियाद के अंदर सबसे अधिक मंज़ूरशुदा कर्ज़े देने और अधिक से अधिक आवेदनों का निपटारा करने के लिए सम्मानित किया गया है। निर्धारित समय की श्रेणी में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और पंजाब ग्रामीण बैंक को भी सम्मानित किया गया है।

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने पंजाब के किसानी और उद्यमी भाईचारे को और ज्यादा लाभ पहुंचाने के लिए मिलकर काम करने की तत्काल ज़रूरत ज़ाहिर की। इस अवसर कृषि और किसान कल्याण मंत्री गुरमीत सिंह खुड्डियां ने बाग़बानी विभाग को एआईएफ स्कीम के अंतर्गत पिछले वित्तीय साल दौरान शानदार सफलता हासिल करने के लिए बधाई दी और मौजूदा वित्तीय साल में प्रगति की निकट निगरानी करने की इच्छा ज़ाहिर की।

उल्लेखनीय है कि भारत सरकार के कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एआईएफ स्कीम जुलाई 2020 में शुरू की गई थी। एआईएफ स्कीम का उद्देश्य कृषि और बाग़बानी वेल्यू चेन में कटाई के उपरांत प्रबंधन बुनियादी ढांचा तैयार करना है। राज्य में एआईएफ स्कीम को लागू करने के लिए बाग़बानी विभाग राज्य की नोडल एजेंसी है।

हिन्दुस्थान समाचार/संजीव/सुनील

Updated On 2 Jun 2023 7:46 PM GMT
Agency Feed

Agency Feed

Next Story